संजीव कुरालीया की कलम से
ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलेंप्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,गले लगा लो यार, चलो हम होली खेलें.आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.-समीर लाल ’समीर’
आपको होली की बहुत-बहुत बधाई ।
मन मोरा झकझोरे छेड़े है कोई रागरंग अल्हड़ लेकर आयो रे फिर से फाग---संजीव कुरालिया जी, आपको होली की रंरंगीली बधाई.HOLI SPECIAL
HAPPY HOLI KURALIA JI.......
मेरी ब्लाग लिस्ट मे आपकी पोस्ट 2 माह से दिखा रहा है इस लिये आपके ब्लाग पर नही आ पायी। तो फाग के खूब रंग बरसे । बहुत बहुत शुभकामनायें ।
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5 comments:
ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
गले लगा लो यार, चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
आपको होली की बहुत-बहुत बधाई ।
मन मोरा झकझोरे छेड़े है कोई राग
रंग अल्हड़ लेकर आयो रे फिर से फाग
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संजीव कुरालिया जी,
आपको होली की रंरंगीली बधाई.
HOLI SPECIAL
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मेरी ब्लाग लिस्ट मे आपकी पोस्ट 2 माह से दिखा रहा है इस लिये आपके ब्लाग पर नही आ पायी। तो फाग के खूब रंग बरसे । बहुत बहुत शुभकामनायें ।
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